"वशीकरण प्रयोग"
वशीकरण के लिए यह मंत्र विशेष स्थान रखता है |
इस मंत्र के प्रयोग से अपने मन चाहे मित्र, शत्रु, प्रेमिका, उच्च अधिकारी और जहां तक के देव का भी वशीकरण हो जाता है
|विधि –
१.इस मंत्र को सिद्ध करने के लिए किसी भी शुभ दिन जैसे
ग्रहण काल ,दीपावली , नवरात्रि ,होली आदि विशेष कर
ठीक रहते है |२.अगर यह महूरत नहीं उपयोग कर पाये तो इस की साधना
किसी भी मंगल वार से शुरू कर ११ दिन करनी है |
३.अपने साहमने एक बेजोट पे लाल वस्त्र विशा दे उस पे माँ
भगवती का जा चामुंडा जी का सुंदर चित्र स्थाप्त कर दे |
चित्र का पूजन धूप दीप, फल, लाल फूल नवेद आदि से करे
| कुंकुम मिश्र्त अक्षत चढ़ा कर माँ भगवती से साधना में
सफलता हेतु प्रार्थना करे |
४.एक पात्र में अक्षत की विशा कर कलश स्थाप्त करे |
कलश का पूजन करे |५.गुरु जी और गणेश का पूजन अनिवर्य है |
६.एक दूसरे पात्र एक घी की जा तिल के तेल की ज्योत लगा
दे | उसका भी पूजन करे |७.इस में वस्त्र लाल जा सफ़ेद पहने | आसन लाल जा कंबल
का ठीक है |८.दिशा उतर की तरफ मुख करे |
९.यह मंत्र आप मूँगे जा रुद्राक्ष की माला से करना है |
१०.मंत्र कुल ११००० जपना है |
११.भोग के लिए दूध की बनी मिठाई जा बेसन के लड्डू चढ़ाए
१२.साधना पूर्ण होने पे लाल पुष्प, नारियल, और कुंकुम
मिश्र्त अक्षत चढ़ा कर माँ भगवती का अशिर्बाद ले |
१३.साधना के बाद सारी पूजन सामग्री उसी लाल वस्त्र में
बांध कर जल प्रवाह करदे |प्रयोग – इस मंत्र को सिद्ध करने के बाद जब भी इस मंत्र से एक लाल
फूल ३ वार मंत्र पढ़ उस पे फुक मार कर किसी को दिया जा
ता है तो वह वश में हो जाता है |
और आपकी हर आज्ञा का पालन करने लग जाता है |
इस से आप अपनी संतान को वश में कर सकते है |पति अथवा पत्नी को वश में कर अपनी परिवार से कलह को
हमेशा के लिए दूर कर सकते है | साधना प्रयोगो को सिर्फ
आजमाने ने किए न किया जाए नहीं तो यह अमोघ शक्ति
आपकी हानि भी कर सकती है यह बात हमेशा अपने ध्यान
में रखे |
- मंत्र -|| ॐ चामुण्डे जय जय, स्तम्भया स्तम्भया, भंजया भंजया, मोहय मोहय, सर्वस्ते नमः स्वाहा ||
इस मंत्र के प्रयोग से अपने मन चाहे मित्र, शत्रु, प्रेमिका, उच्च अधिकारी और जहां तक के देव का भी वशीकरण हो जाता है
|विधि –
१.इस मंत्र को सिद्ध करने के लिए किसी भी शुभ दिन जैसे
ग्रहण काल ,दीपावली , नवरात्रि ,होली आदि विशेष कर
ठीक रहते है |२.अगर यह महूरत नहीं उपयोग कर पाये तो इस की साधना
किसी भी मंगल वार से शुरू कर ११ दिन करनी है |
३.अपने साहमने एक बेजोट पे लाल वस्त्र विशा दे उस पे माँ
भगवती का जा चामुंडा जी का सुंदर चित्र स्थाप्त कर दे |
चित्र का पूजन धूप दीप, फल, लाल फूल नवेद आदि से करे
| कुंकुम मिश्र्त अक्षत चढ़ा कर माँ भगवती से साधना में
सफलता हेतु प्रार्थना करे |
४.एक पात्र में अक्षत की विशा कर कलश स्थाप्त करे |
कलश का पूजन करे |५.गुरु जी और गणेश का पूजन अनिवर्य है |
६.एक दूसरे पात्र एक घी की जा तिल के तेल की ज्योत लगा
दे | उसका भी पूजन करे |७.इस में वस्त्र लाल जा सफ़ेद पहने | आसन लाल जा कंबल
का ठीक है |८.दिशा उतर की तरफ मुख करे |
९.यह मंत्र आप मूँगे जा रुद्राक्ष की माला से करना है |
१०.मंत्र कुल ११००० जपना है |
११.भोग के लिए दूध की बनी मिठाई जा बेसन के लड्डू चढ़ाए
१२.साधना पूर्ण होने पे लाल पुष्प, नारियल, और कुंकुम
मिश्र्त अक्षत चढ़ा कर माँ भगवती का अशिर्बाद ले |
१३.साधना के बाद सारी पूजन सामग्री उसी लाल वस्त्र में
बांध कर जल प्रवाह करदे |प्रयोग – इस मंत्र को सिद्ध करने के बाद जब भी इस मंत्र से एक लाल
फूल ३ वार मंत्र पढ़ उस पे फुक मार कर किसी को दिया जा
ता है तो वह वश में हो जाता है |
और आपकी हर आज्ञा का पालन करने लग जाता है |
इस से आप अपनी संतान को वश में कर सकते है |पति अथवा पत्नी को वश में कर अपनी परिवार से कलह को
हमेशा के लिए दूर कर सकते है | साधना प्रयोगो को सिर्फ
आजमाने ने किए न किया जाए नहीं तो यह अमोघ शक्ति
आपकी हानि भी कर सकती है यह बात हमेशा अपने ध्यान
में रखे |
- मंत्र -|| ॐ चामुण्डे जय जय, स्तम्भया स्तम्भया, भंजया भंजया, मोहय मोहय, सर्वस्ते नमः स्वाहा ||
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