सर्व सम्मोहन काजल सिद्धि साधना
मानव जीवन में हम अलग अलग प्रकार के अनुभव करते है, कभी सुख तो कभी दुःख यह दोनों जीवन को प्रभावित करते रहते है। हर व्यक्ति चाहता है कि उसे सभी लोग सम्मान दे, उनकी बातों का अनुसरण करें। जिसके कारण मानव जीवन अपने अनुकूल बना रहे।हर व्यक्ति अपने जीवन में उचाईंयां प्राप्त करना चाहता है और इसके लिए हर प्रकार से प्रयासरत रहता है। जो लोग नोकरी करते है वो अपने से बड़े होदे के अफसरों को अपने अनुकूल बनाने की चाहत रखता है, कहीं गृह क्लेश को दूर करने के लिए घर के सदस्यों को अपने अनुकूल बनाने की चाहत रखता है।
आप अगर चाहते है हर प्रकार से लोग आपकी बात माने , सम्मान करे तो में आपके सामने एक छोटा सा प्रयोग दे रहा जो अपने आप में इतना तीव्र प्रभावशाली है. इस प्रयोग के माध्यम से आप देवताओं को भी सम्मोहित कर सकते हो।
प्रयोग विधि :-
- यह प्रयोग दीपावली की रात को करना होता है।
- सर्वप्रथम गुरु ,गणेश पूजन संपन्न कर सामान्य पुजन करें।
- साधना रात को 09 बजे से प्रारंभ करना है।
- माता जी के सामने घी का दीपक जलना है। दीपक इस प्रकार रखे की उसके शीश पर कटोरी रखकर काजल एकत्रीत किया जा सके।
- अब दिपक की लौ को देखकर 11 माला (रुद्राक्ष) निम्न मंत्र से सफल करना है। उसके बाद ध्यान रहे दिपक 09 बजे से लेकर 04 बजे तक जलना चाहिए।
।।ॐ ह्रीं सर्व सम्मोहिनी स्वाह।।
इस साधना के संपन्न होने के बाद सुबह काजल को एक पात्र में भरकर रख दे। जब किसी को सम्मोहित करना हो इसे आँखों में लगा।
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