मोहन प्रयोग Mohan Prayog




     मोहन प्रयोग बहुत ही लाभदायक साधना है खासतौर पर उनके लिए जो मार्केटिंग ,भाषण,प्रवचनकर्ता,नेता, या कह सकते है जो भीड़ को अपनी ओर आकर्षित करने का काम करते है।  जहाँ वशीकरण किसी व्यक्ति विशेष के लिए होता है ठीक उसी प्रकार मोहन साधना किसी समुदाय को वश में करने के लिए होता है।

     जिस प्रकार भगवान  कृष्ण सेकड़ो गोपियों को मोह लेते थे ठीक उसी प्रकार आप भी सेकड़ो लोगो को अपने वश में रख सकते है।  हम यह तो नहीं कहते है आप भगवान  कृष्ण बन जायेंगे मगर इतना ज़रूर है  आप उनके जैसे लोगो को अपनी ओर  आकर्षित अवश्य कर सकते है। 

    इस प्रयोग को करने के बाद आप स्वयं अनुभव करेंगे की आपके अंदर आकर्षण उत्पन्न हो गया हे जिसके वजह से जो व्यक्ति आपको देखता है वह देखता ही रहजाता है। आप चाहे सुन्दर न हो मगर आप फिर भी लोगो को प्यारे लगेंगे की हम शब्दों में बयां नहीं कर सकते है। 

विधि 

इसमें हमें तेल का दीपक ,21 हक़ीक़ पत्थर ( मंत्र सिद्ध हो )21 पीपल के पत्ते,जल पात्र ,भोज पत्र। 
  •  किसी भी रविवार को  गाय के  दूध में थोड़ी सी हल्दी डालकर श्याही बना ले। 
  • दक्षिण दिशा की ओर  मुख करके लाल आसन  पर बेठ  जाए। 
  • 21 हकीक पत्थर को एक ही पंक्ति में रख दे। 
  • भोज पत्र पर "हुं मणिभद्रे फट " लिखे।
  • 21 हकीक पत्थर पर क्रमानुसार श्याही से बिंदी लगाए। 
  • पीपल के पत्तो पर निम्न मंत्र श्याही से लिखना है :
!! ॐ क्लौं कामाय क्लौं कामिन्यै क्लिं  !!

    फिर उसी स्थान पर बैठकर मोहन माला से 21 माला मंत्र जप करें  और इस प्रकार पाँच  दिन तक करें।  पांचवे दिन मंत्र जप संपन्न होने के बाद इसी मंत्र से 101 गूगल से अग्नि में आहुतियां दें। 
     इस प्रकार प्रयोग संपन्न होता है।  जब भी आपको किसी को वश में करना है हकीक पठारों  की पोटली बांधकर जेब में रख ले फिर आप किसी आप इंसान तो काया पुरे संसार को मोह सकते है।

www.praveenmantravigyan.com
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