सर्व विष हारक गुरुङ साधना
साधना जगत में कई साधनाए निर्जन में होती हैं, कई बार मनो वांछित साधना के लिए किसी वनस्पति की आवश्यकता होती है .ऐसे में वन में जाने पर सर्प आदि का भय होता है , परन्तु यदि साधक निम्न गरुण मन्त्र को ३००० बार पारद शिवलिंग के सामने बैठकर उनकी पूजा करने के बाद कर ले तो ये मन्त्र सिद्ध हो जाता है और जब भी वन में जाये तो प्रवेश करने के पहले इस मन्त्र को १०८ बार पढकर जमीन पर लकड़ी से आघात कर दे तो कोसो तक सर्प का भय नहीं होता है.
मन्त्र-
!! ॐ पक्षिराज राजपक्षि ॐ ठ: ठ: ठीम् ठीम् यरलव ॐ पक्षि ठ: ठ:!!
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