सूर्य ग्रहण का आध्यात्मिक विचार:
क्योंकि 21 जून को पूर्ण सूर्य ग्रहण है इस वजह से सूतक 12 घंटे पूर्व लगेगा। सूर्य ग्रहण का सूतक 20 जून रात्रि 10:15 से लग जाएगा। इस दौरान शास्त्र अनुसार कोई भी पूजा पाठ या धार्मिक कार्य नहीं करना चाहिए। साधना क्षेत्र के साधक ग्रहण काल में मंत्र जप कर सकते हैं लेकिन उसमें भी पूजा वर्जित मानी गई है। सूर्य ग्रहण का सबसे ज्यादा प्रभाव गर्भवती महिलाओं पर पड़ता है इस वजह से उन्हें विशेष ध्यान रखने की आवश्यकता है। मान्यता अनुसार तुलसी का पत्ता या कुश को खाने पीने के सामान के साथ-साथ अपने पास रखने से ग्रहण का प्रभाव नहीं पड़ता है।
ग्रहण काल विचार: सूर्य ग्रहण का समय हिंदू धर्म अनुसार 10:20 से 01:49 तक रहेगा। आंशिक सूर्य ग्रहण की समाप्ति 3:04 पर होगी। इस दौरान साधना क्षेत्र के साधक मंत्र जप अनुष्ठान कर सकते हैं। यह ग्रहण 3 घंटे 25 मिनट तक रहेगा।
ग्रहण में की जाने वाली साधना विचार:
ग्रहण में साधना करने पर सामान्य से अधिक फल मिलता है।
3. साबर सिद्धि
5. इष्ट देव साधना
6. शिव आराधना
7. अप्सरा साधना
8. यक्षिनी साधना
9. दस महाविद्या साधना
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